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Passion. Precision. Perfection
जय श्री श्याम गौशाला समिति का उद्देश्य

गौसेवा का प्रमुख उद्देश्य भारतीय संस्कृति की आत्मा गौ माता की सेवा, संरक्षण और संवर्धन करना है। गौमाता न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र हैं, बल्कि कृषि, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था से भी गहराई से जुड़ी हुई हैं। गौसेवा का उद्देश्य परित्यक्त, बीमार, घायल और बेसहारा गौवंश को सुरक्षित आश्रय, पर्याप्त आहार और उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है।

गौसेवा के माध्यम से समाज में करुणा, सेवा भावना और धार्मिक चेतना का प्रसार होता है। इसका एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य है – लोगों को जैविक खेती, गौ आधारित उत्पादों और स्वदेशी नस्लों की उपयोगिता के प्रति जागरूक करना। गौमूत्र, गोबर आदि का औषधीय, कृषि व ऊर्जा क्षेत्रों में विशेष महत्व है, जिसे बढ़ावा देना गौसेवा का एक सकारात्मक पहलू है।

इसके अतिरिक्त, गौशालाओं की स्थापना, गौ सेवा शिविरों का आयोजन, पशु चिकित्सा जागरूकता कार्यक्रम और युवाओं में सेवा की भावना उत्पन्न करना भी गौसेवा के उद्देश्यों में सम्मिलित है। गौसेवा के द्वारा न केवल गौवंश का कल्याण होता है, बल्कि एक समर्पित और संवेदनशील समाज के निर्माण में भी सहायता मिलती है। यही गौसेवा का सच्चा और व्यापक उद्देश्य है।